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२०७९ असार २९, बुधबार ०८:२४

अपना नेपालमे संघीयता जे आएल अइ ओ लोकतन्त्र प्रजातन्त्रस’ बेसी नव संरचनावादी गणतन्त्रक आग्रही रहल अछि । नव संरचना एकरा जे चाही से अगबे राजनीतिए नै विकास निर्माण, शासन–प्रशासनधरि मात्रे नइ, लोक–समाज, कला–संस्कृति,अर्थ–रोजगार स’ल’ क’ देश प्रदेशक सब तह तपका आ क्षेत्रमे विकास आ परिवत्र्तनक प्रत्याभूति जनता त्वराय आ नव परिवत्र्तनकारी चाहैछ । आब ई एहन परिवत्र्तनकारी विकासक प्रत्याभूतिक मोडल टिप ध’क’ एकेटा छै, से नै छै । तैयो ऐ देशके राजनीति, दल केन्द्रित भइयोक’ शीर्षनेता प्रधान अछि आ’ ओकरे चौआरि चकभाउर मारैत, सत्ताक टन्ना लूटैत, देशक जनताके निसोहर निरास करैत, अपनेमे अनसोंहांते अफसियांत बेहाल रहैत अछि । विकासके बात दल आ नेता बड करत आ से सैंदेखौवलि अनपतिआन सनके ।

विकासो जे करत से अपन भोथरा मोट करला’ । हं, कहियोकाल, चुनाव लगचिअएलापर, आश्वासनके जे पुइस परसत त’ से लागि–भागिके, माने–मतलब नै भ’ हवादारीए रहत । हमरा ऐ बातपर मन नै मखैत हुअए, हमरा दुसना, उखैहिया बुझैत होइ, त’ अपना चशमस’, नयन पसारिक’ देखि सूनि लू । भल ऐ बेरि मधेश प्रदेशक मधेशी ललबबुआ सरकार, कक्षा बारहमे अध्ययनरत्त छात्रके नै, बिकछा बेराक’ छात्रासबके मात्रे, मङनीएमे ल्यापटप देत,ै बंटतै रे ! आ तेकरालेल कहाँदन ई प्रदेश सरकार ६७ करोड़ ४० लाख ऐबेर बजेट विनियोजन कएलकैए । से, अगिला चुनावक भोट लहजा मार’ लेल । आब ऐ ठाम एकछारि फकरा मन पड़ैछ— ‘ अनकर कमाइ त’ बौकटे उडि़आइ !’ आब ऐ ननमुहा सरकारके ई नै बुझल छै जे सब विद्यार्थी, विद्यार्थए होइछै आ विद्यार्थीएमे लड़का लड़की छुटियाक’ ओकरा सबके बीचमे विभेदी व्यवहार कएनाइ संवैधानिके अइ ततबे कहां ऐस’ आन विद्यार्थीसबपर मनोवैज्ञानिक कुप्रभाव पाड़ैछ । ई त’ सबके नीकस’ बूझल छै जे जाति, धर्म, लिङ, वर्ग आदिके आधारपर कोनो भेद–भाव कएल नहि जएतै आ एकर संवैधानिक सुनिश्चितता प्रदान कएल गेल छै । आ एहनोमे समानताके नइ, असमान्यता आ विभेदी बात व्यवहार क’, विद्यार्थीएमे छात्र–छात्राके बीचमे दग्ध कर’बला, मन्हुआक’ हीनतावोध करब’बला, ऐ प्रदेश सरकारके उझलि पपोहिक’, लहालोट होइत सबहे भोंट ओकरा द’ देत, से त’ भोंट गन्तीके बादे बूझ’, गम’मे अएतै । आब विचारियौ जे खाली बारह कक्षाके छात्राटामे ल्यापटप वितरण कर’ लेल ७७ करोड़ ४० लाख बजेट विनियोजन कएल गेल छै, जं ओकरा एहि मोडेलस’ प्रोजेक्शन कएल जाय, त’ ई केहन रहतै, से कने गुनल परेखल जाय— * रु २५०००।—के दरस’ २०,००० थान ल्यापटप खरीदने लागत…..रु ५०,०००००००।—

* २०,००० थान ल्यापटप माने २०,००० विद्यार्थी/शिक्षर्थी भेल ।

* २०,००० विद्यार्थीके प्रति ग्रुप ४०/४० ग्रुपमे विभाजित कएने ५०० ग्रुप/शिफ्ट बनतै ।

* ५०० ग्रुपके ल्यापटप चलब’, स्पोकेन–इंगलिश सिखब’ आ अभिमुखीकरण ककर’ कर’लेल २/२टा प्रशिक्षकक

* व्यबस्था कएने जम्मा संख्या १०० प्रशिक्षक होएतै ।

* ग्रुप संचालक १०० प्रशिक्षकके प्रति महिना रु ३५,०००।—के दरस’ अढ़ाइ महिना खटएने रु ८,७५,००,०००।—

* थप दोसर ५०० ग्रुप संचालन कएने प्रशिक्षक खर्च बढ़तै ………..रु ८,७५,००,०००।—

* स्मार्ट वोर्ड/स्मार्ट टि.भी ५० थान रु ५०,००,०००।—

* ५०० शिफ्टमे १५गोटेके दरस’ गेष्ट–लेक्चररके स’ ७५०० लेक्च।रके ३५,००।—दरस’ रु २,६२,०००००।—

* यातायात,व्यवस्थापन, संचालन, सामग्री, प्रशासनीक खर्च रु २,००,०००००।—

* कुलजम्मा खर्च— रु ७२,६२,०००००।— आब ऐ डाटाके वैज्ञानिक अध्ययन आ सापेक्षित विश्लेषणस’ ई देख’मे अबैछ जे ल्यापटप वितरणलेल छुटिआएल एहि बजेटस’ २०,००० ल्यापटप खरिदएतै । २०,००० ल्यापटप माने एकबेरमे २०,००० विद्यार्थीके चालिस/चालिसके संख्यामे पांचसय शिफ्ट/ग्रुपमे २०,००० विद्यार्थी/प्रशिक्षर्थीके ल्यापटप प्रशिक्षण आ एपोकेन इंगलिसशके ट्रेनिङ मजास’ देल जा सकैछ । एकरा दू शिफ्टमे चलएबाक खर्च छुटिआएल गेल छै । एकर माने ४०,००० विद्यार्थी लाभार्थी भेल । ई विद्यार्थी अही प्रदेशमेके १०स’ ल’क’ १२ कक्षा धरिके विद्यार्थीके सङे पढ़ाइ छोडि़, घर बैसल वा किछु विदेश कमाय जायबला बेरोजगारसबके जे ल्यापटप चलब’के, आ एखनके ज्ञान–विज्ञान आ तकनीकि शिक्षाके भाषा अंग्रेजी बाज’ लिख’के, इन्टरनेट आदि चलाक’, विश्वक शैक्षिक जगत एवं गुगल आदिस’ जोडि़क’, ओकरा सबके खनकदार स्कील्ड, आगबैतबला ट्रेण्डनेस आ उत्साहित मात्रे नइ क’, ओकरासबके विभिन्न विज्ञ, विशेषज्ञ, आ मूर्धन्य एक्सपर्ट, विद्वानसब द्वारा गेष्ट–लेक्चर दिया, जीवन, देश, विश्व, समाज, अर्थ, रोजगार राजनीति, संस्कृति, विकास, निर्माणक ज्ञान आ जानकारीक आयतन ओ परिधि विस्तारक सङे, ओकरा सकभरि दृष्टी–सम्पन्न, उत्साही आ दक्ष बना, आधुनिक इन्टर नेटी, साइवर, डिजिटल समाजस’ ‘लिंक्ड’ करबाक’, ओकर अपन ‘स्पेश एण्ड एल्टिच्यूड’ बढबाब’के सबटा उमेद, आगबैत आ आधारभूत भावभूमि तैयारीक’, ओकर सबटा धस, पाटि आ बानि लगा’ देने, ओइ प्रशिक्षितसबमे एकटा विष्फोटक आन्दोलनकारी परिवत्र्तनक’ शिक्षा, तकनीकि आ प्रतिभा विकासमे बड पैघ क्रान्ति आनि, असल विकास कएल जा’ सकैछ ।

एत्ते आ एतबो काजक’ देने बड पैघ आ देखरगर–निखरगर, चोहटगर बिकासक’, सार्थक आ सकारात्मक उपलव्धि हांसिल कएले जा सकैछ । ल्यापटपक सामान्य ज्ञान, स्पोकेन इंग्लिस आ नेट– इन्टरनेट चलब’के सिख लेतै, ओकरा अपन भाग भविष्यके सङ जीवनके दिन–दुनिञाके,सङ विकास, चरित्रनिर्माण,क’ आत्मविश्वास भरि देने, अपन बाट–घाट आ जिनियस इम्ंप्लायमेंट सङे शेष विश्वके अपना मुट्ठठी आ बसीमे करबाक उत्साह पैदा कएनाइ असल आ मूल बात आ पा्रप्ति भेल । एतबे कहां ल्यापटप, प्रशिक्षक, एक्सपर्ट, उपकरण, सामग्री आदि सब रहबे करतै त’ ओहिमे किछुए करोड़ बजेट थपने पांच शिफ्टमे जम्मा एकलाख लोक शिक्षित लाभार्थी होएतै । आ एकसालमे एकलाख एहन प्रशिक्षार्थी विद्यार्थी बहुत भेलै आ बहुत मायने रखैछ । ओतहि १०/१२ हजार कक्षके बारह छात्रामे सोझे ओहिना ल्यापटप बंटने कत्ते की लाभ पएतै, ओकर कत्ते सही उपयोग होएतै कएल नै जा सकैए । आ ई एहन सुझाव अनुसार चलने ने छात्र–छात्रा बीचमे विभेद होएतै, आ ने खाली बारहे कक्षाके छात्रा बरु कोनो कक्षाक छात्र आ छात्रा सहित, पठाइ छोडि़ घरमे निकम्मा बेलुरा, आ ल्यापोटप नहि जान’बला, अंग्रेजी भाषा नइ जानबला, विदेशमे जा’ चुप्पा बौका बनलसब सोझे आ परिवत्र्तनकारी लाभ पएबे करत से केउ कहतै, स्वीकारतै ।

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